किसान सम्मान समारोह में किसानों का उत्साह

खेती केवल आजीविका नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की नींव है। बदलाव और आत्मनिर्भरता तभी संभव है, जब किसान नई सोच और नई तकनीक से खुद को जोड़ें।

किसान सम्मान समारोह में किसानों का उत्साह

खेती केवल आजीविका नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की नींव है। बदलाव और आत्मनिर्भरता तभी संभव है, जब किसान नई सोच और नई तकनीक से खुद को जोड़ें।

साईं एग्रो सीड्स के आयोजन ने दी नई तकनीक और आधुनिक खेती की प्रेरणा

गदरपुर। किसानों को नई तकनीक और आधुनिक खेती के तरीकों से जोड़ने के उद्देश्य से अशोका रिसोर्ट में साईं एग्रो सीड्स के एमडी सतीश मुंजाल द्वारा भव्य किसान सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह में क्षेत्रभर से पहुंचे सैकड़ों किसानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और कृषि क्षेत्र के नए बदलावों को करीब से समझने का अवसर पाया।

मुख्य अतिथि आनंद सिंह जीना, जॉइंट डायरेक्टर ब्रीडर सीड्स प्रोटेक्शन सेंटर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज खेती को टिकाऊ और लाभकारी बनाने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है। उन्होंने बीजों की गुणवत्ता, खाद्य सुरक्षा और नई तकनीकों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से किसानों को वह ज्ञान मिलता है, जिसकी वजह से उत्पादकता और गुणवत्ता दोनों में सुधार संभव है।

विशिष्ट अतिथि सीताराम चेहर, प्रोडक्शन मैनेजर IFFDC लखनऊ ने किसानों को फसल प्रबंधन, मिट्टी की देखभाल और उत्पादन बढ़ाने की आधुनिक विधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ वैज्ञानिक अनुसंधानों का भी लाभ उठाएं ताकि कम लागत में अधिक उपज संभव हो सके।

कार्यक्रम का संचालन सुखविंदर सिंह चुघ ने किया। मंच पर उपस्थित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने किसानों को सम्मानित करते हुए उनके कठिन परिश्रम और राष्ट्र निर्माण में योगदान की सराहना की। इस दौरान किसानों ने भी खुलकर अपनी समस्याएं साझा कीं और कृषि क्षेत्र में सामने आ रही चुनौतियों पर चर्चा की।

समारोह में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अमरीक सिंह, करन मुंजाल, प्रीतम संधू, हरभजन सिंह, वेद बजाज, प्रमोद बजाज, सुभाष बेहड़, गौरव मदान, अशोक गांधी, राजेंद्र शास्त्री, निसार हुसैन, वशिष्ट प्रजापति, वेद गाबा, राजिंदर मक्कड़ सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।