एक्सक्लूसिव इंटरव्यू: 'इंटरनेशनल पैडमैन' के विज़नरी राजकुमार खुराना

एक विशेष बातचीत में बहुमुखी अभिनेता, निर्देशक और निर्माता राजकुमार खुराना ने अपनी फिल्म 'इंटरनेशनल पैडमैन' की यात्रा साझा की। यह फिल्म अब तक 17 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है।

एक्सक्लूसिव इंटरव्यू: 'इंटरनेशनल पैडमैन' के विज़नरी राजकुमार खुराना

एक विशेष बातचीत में बहुमुखी अभिनेता, निर्देशक और निर्माता राजकुमार खुराना ने अपनी फिल्म 'इंटरनेशनल पैडमैन' की यात्रा साझा की। यह फिल्म अब तक 17 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है। बातचीत में उन्होंने फिल्म की प्रेरणा, इसके सामाजिक प्रभाव और निर्माण के दौरान आए अनुभवों पर खुलकर चर्चा की।

यह फिल्म गुजरात के डॉ. बीरेन दवे, जिन्हें "इंटरनेशनल पैडमैन" कहा जाता है, की सच्ची कहानी पर आधारित है। समाजिक मुद्दों को लेकर पहले भी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म 'जागृति' बना चुके राजकुमार खुराना ने इस बार भी सिनेमा के ज़रिए गहरी छाप छोड़ी है।


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प्रश्न: 'इंटरनेशनल पैडमैन' ने शानदार सफलता हासिल की है और कई पुरस्कार जीते हैं। आपको यह प्रोजेक्ट करने की प्रेरणा कहाँ से मिली?

राजकुमार खुराना: प्रेरणा एक गहरे सामाजिक मुद्दे – मासिक धर्म स्वच्छता – को सामने लाने की इच्छा से मिली। यह विषय आज भी कई समाजों में वर्जित माना जाता है। मैं चाहता था कि फिल्म केवल मनोरंजन न करे बल्कि जागरूकता और सशक्तिकरण का भी माध्यम बने। जब फिल्म को इतनी सफलता और सराहना मिली तो यह साबित हुआ कि कहानियाँ समाज में बदलाव लाने की ताकत रखती हैं।


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प्रश्न: फिल्म को इसकी दमदार कहानी और अदाकारी के लिए खूब सराहा गया है। निर्माण के दौरान आपको कौन सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा?

राजकुमार खुराना: इतने संवेदनशील विषय को पेश करने के लिए गहन शोध और संवेदनशील दृष्टिकोण ज़रूरी था। कलात्मकता और सच्चाई के बीच संतुलन बनाना सबसे बड़ी चुनौती थी। साथ ही, क्योंकि मैंने इसमें मुख्य भूमिका भी निभाई, तो अभिनय और निर्देशन दोनों की ज़िम्मेदारी उठाना बेहद कठिन लेकिन संतोषजनक रहा।


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प्रश्न: 'इंटरनेशनल पैडमैन' को कई फिल्म समारोहों में सम्मानित किया गया है, खासकर डिज़ायर फिल्म फेस्टिवल में, जहाँ इसे नौ पुरस्कार मिले। इस उपलब्धि को आप कैसे देखते हैं?

राजकुमार खुराना: यह बेहद विनम्र अनुभव है। डिज़ायर फिल्म फेस्टिवल जैसे प्रतिष्ठित मंच पर सम्मान मिलना हमारी टीम की मेहनत को सच्चा प्रमाण देता है। साथ ही यह दर्शाता है कि मासिक धर्म स्वच्छता का मुद्दा केवल स्थानीय नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रासंगिक है।


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प्रश्न: आपने फिल्म जगत की चमक-दमक से हटकर एक गहरे सामाजिक मुद्दे पर काम किया। आपको इस दिशा में क्या प्रेरणा मिली?

राजकुमार खुराना: सिनेमा केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं बल्कि समाज की सोच बदलने का माध्यम भी है। मैंने हमेशा चाहा है कि मेरी कहानियाँ उन मुद्दों पर रोशनी डालें जिन्हें अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। मासिक धर्म स्वच्छता पर फिल्म बनाना एक सोच-समझकर लिया गया कदम था, ताकि लोग खुलकर इस पर चर्चा कर सकें।


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प्रश्न: फिल्मों से परे, आपने खेलों में भी नाम कमाया है, खासकर टेबल टेनिस में। इन दोनों क्षेत्रों को आप कैसे संतुलित करते हैं?

राजकुमार खुराना: जुनून और अनुशासन मेरी सबसे बड़ी ताकत हैं। चाहे खेल हो या सिनेमा, मैं हर क्षेत्र को पूरे जोश के साथ अपनाता हूँ। टेबल टेनिस खेलना मुझे ताज़गी और फोकस देता है, जो मेरी रचनात्मकता को और मज़बूत करता है।


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प्रश्न: आप चाहते हैं कि दर्शक 'इंटरनेशनल पैडमैन' से क्या संदेश लेकर जाएँ?

राजकुमार खुराना: मेरी उम्मीद है कि यह फिल्म दर्शकों को मासिक धर्म से जुड़े सामाजिक टैबू तोड़ने के लिए प्रेरित करेगी। हमें ऐसा माहौल बनाना होगा जहाँ महिलाएँ बिना शर्म और झिझक के इस विषय पर बात कर सकें और उन्हें ज़रूरी संसाधन सम्मानपूर्वक उपलब्ध हों।


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प्रश्न: आने वाले समय में आपके भविष्य के प्रोजेक्ट्स क्या हैं?

राजकुमार खुराना: मैं आगे भी ऐसी कहानियाँ लाना चाहता हूँ जो मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक संदेश भी दें। कुछ प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है, जो अलग-अलग सामाजिक मुद्दों को उजागर करेंगे। मैं बहुत उत्साहित हूँ कि जल्द ही उन्हें दर्शकों के सामने प्रस्तुत करूँगा।


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⭐ राजकुमार खुराना का यह समर्पण meaningful cinema की ओर प्रेरित करता है। 'इंटरनेशनल पैडमैन' उनकी उस सोच का प्रमाण है जिसमें कला को समाजिक बदलाव का साधन बनाया जा सकता है।