राजकुमार खुराना की अभिनय, खेल व समाजसेवा की त्रिवेणी यात्रा
नई दिल्ली। राजकुमार खुराना का नाम उन चंद शख्सियतों में शुमार होता है, जो एक साथ कई क्षेत्रों में असाधारण योगदान देकर समाज के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। वे न सिर्फ एक कुशल अभिनेता हैं, बल्कि एक उत्कृष्ट टेबल टेनिस खिलाड़ी, अनुभवी मॉडल और संवेदनशील समाजसेवी भी हैं। उनका जीवन संघर्ष, समर्पण, लगन और समाज के प्रति निःस्वार्थ सेवा का उदाहरण है। ???? खेलों में चमकता सितारा राजकुमार खुराना की खेलों में गहरी रुचि बचपन से रही है। उन्होंने टेबल टेनिस को न सिर्फ शौक के रूप में अपनाया, बल्कि उसे प्रतिस्पर्धी स्तर तक ले जाकर कई बड़ी उपलब्धियाँ हासिल कीं। वर्ष 2024 में, उन्होंने दिल्ली स्टेट टेबल टेनिस चैंपियनशिप में गोल्ड ट्रॉफी जीतकर अपनी खेल प्रतिभा का लोहा मनवाया। इसके बाद अमृतसर (पंजाब) में आयोजित प्रतियोगिताओं में दो बार स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने अपने कौशल की निरंतरता साबित की। हाल ही में, 20 अप्रैल 2025 को, वे फिर से दिल्ली स्टेट टेबल टेनिस चैंपियनशिप के विजेता बने और अनिल जाजू को 3-0 से हराकर गोल्ड ट्रॉफी हासिल की। उनकी यह जीत सिर्फ तकनीकी नहीं, मानसिक दृढ़ता और अनुशासन की भी मिसाल थी। इसके साथ ही, उन्होंने छठी मन्ना सिंह मेमोरियल टेबल टेनिस टीम चैंपियनशिप में भी हिस्सा लिया और अपनी टीम के साथ द्वितीय उपविजेता रहे। टीम में उनके साथ मनीष शर्मा, अनिल धींगरा और केसी जैसे खिलाड़ी शामिल थे, जिनके साथ उन्होंने पंजाब के लुधियाना में जोरदार प्रदर्शन किया। ???? फिल्म इंडस्ट्री में विशिष्ट पहचान खेल के साथ-साथ राजकुमार खुराना ने सिनेमा की दुनिया में भी अपनी प्रतिभा का प्रभावी प्रदर्शन किया है। उन्होंने कई चर्चित और सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्मों में भूमिका निभाई है। उनकी प्रमुख फिल्मों में शामिल हैं – "कर्टन", "गियर अप क्लिक टू लॉगइन", "गेम ऑफ 100 करोड़", "मुगलसराय जंक्शन" और शॉर्ट फिल्म "इंटरनेशनल पैडमैन", जिसमें वे एक सामाजिक संदेश लेकर दर्शकों के सामने आए। उनकी आगामी फिल्म "अनोखा इंसाफ" रिलीज के लिए तैयार है, जो न्याय और संवेदनशील विषयों पर आधारित है। इसके अलावा वे दो प्रमुख फिल्मों में लीड रोल निभा चुके हैं – "लाड़ो बैसा" और "लवली की लव स्टोरी", जो समाज के अलग-अलग पहलुओं को छूती हैं। ???? मॉडलिंग में भी मुकाम राजकुमार खुराना ने अभिनय और खेलों के साथ-साथ मॉडलिंग में भी उल्लेखनीय योगदान दिया है। वे अब तक 100 से अधिक विज्ञापन अभियानों का हिस्सा रह चुके हैं, जिनमें कई सरकारी जनसंपर्क अभियान भी शामिल हैं। उनका आत्मविश्वास, कैमरे के प्रति सहजता और सामाजिक जागरूकता ने उन्हें इस क्षेत्र में भी सफलता दिलाई। उनका व्यक्तित्व युवाओं के लिए अनुकरणीय है। ???? पुरस्कार और सम्मान राजकुमार खुराना को उनके विविध क्षेत्रों में योगदान के लिए अनेक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। 15 अगस्त 2022 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, उन्हें डॉ. अंबेडकर विश्व रत्न सम्मान प्रदान किया गया। यह सम्मान डॉ. भीमराव अंबेडकर के पोते भीमराव जी द्वारा मेयर हॉल में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया, जिसकी मेज़बानी डॉ. चंद्रकला सिंह ने की। इस अवसर पर उनके नाम और चित्र वाली विशेष डाक टिकट भी जारी की गई – जो किसी भी नागरिक के लिए गर्व की बात होती है। इसके अतिरिक्त, उन्हें 100 से अधिक वर्ल्ड पीस अवार्ड्स मिल चुके हैं। वे क्वीन एलिजाबेथ अवार्ड, नेल्सन मंडेला बर्थडे नोबेल पीस प्राइज, पूर्वांचल अचीवर्स फाउंडेशन का राष्ट्रीय रत्न अवार्ड, नेशनल चाइल्ड एंड वीमेन डेवलपमेंट काउंसिल का रत्न श्री अवार्ड, इंडिया’स डायनामिक अवार्ड (डार्क रोज़ इवेंट्स), और वर्ल्ड आइकॉन अवार्ड (शून्य से शिखर तक फाउंडेशन) जैसे अनेकों प्रतिष्ठित सम्मानों से भी नवाज़े जा चुके हैं। ???? समाज सेवा में अग्रणी राजकुमार खुराना का जीवन सिर्फ नाम और प्रसिद्धि तक सीमित नहीं है। वे समाजसेवा को अपना कर्तव्य मानते हैं। रोज़मर्रा की जिंदगी में वे जरूरतमंदों की सहायता करते हैं, लोगों को सही दिशा दिखाते हैं और समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं। उनकी व्यवहारिकता, विनम्रता और सक्रिय सामाजिक भागीदारी उन्हें आम लोगों का प्रिय बनाती है। वे उन व्यक्तियों में से हैं, जो मंच पर जितने बड़े हैं, मंच के पीछे भी उतने ही सरल और संवेदनशील हैं। राजकुमार खुराना की जीवन यात्रा हमें यह सिखाती है कि अगर समर्पण, अनुशासन और सेवा-भावना हो, तो इंसान एक साथ कई क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकता है। वे युवा पीढ़ी के लिए एक रोल मॉडल हैं, जो दिखाते हैं कि अभिनय, खेल और समाजसेवा – तीनों में संतुलन संभव है। उनका जीवन सिर्फ उपलब्धियों की गाथा नहीं, बल्कि प्रेरणा का स्रोत है।
