एफसीएक्स ट्रेड के नाम पर करोड़ों रुपए दांव पर

देहरादून। "एफसीएक्स ट्रेड" के नाम पर इन दिनों ऑनलाइन ठगी का नया ट्रेंड चल पड़ा है। बड़ी कमाई और तगड़े रिटर्न के झांसे में आकर सैकड़ों लोग लाखों-करोड़ों रुपए गवां चुके हैं।

एफसीएक्स ट्रेड के नाम पर करोड़ों रुपए दांव पर

सावधान रहें – "मोटा मुनाफा" सुनते ही निवेश न करें।

 पहले जाँचें, फिर सोचें। कहीं आपका पैसा भी एफसीएक्स ट्रेड की इस डिजिटल जालसाज़ी में न फंस जाए 

न कोई कंपनी, न मालिक – सिर्फ़ ऑनलाइन जाल और मोटा लालच

देहरादून। "एफसीएक्स ट्रेड" के नाम पर इन दिनों ऑनलाइन ठगी का नया ट्रेंड चल पड़ा है। बड़ी कमाई और तगड़े रिटर्न के झांसे में आकर सैकड़ों लोग लाखों-करोड़ों रुपए गवां चुके हैं। खास बात यह है कि यह पूरा कारोबार सिर्फ इंटरनेट पर आधारित है – न कोई दफ्तर, न कोई वैध कंपनी रजिस्ट्रेशन और न ही कोई ज़िम्मेदार मालिक। सब कुछ एक डिजिटल मायाजाल की तरह सामने आ रहा है, जिसमें भोले-भाले निवेशक दिन-दूनी रात-चौगुनी कमाई के सपने देख कर अपने खून-पसीने की कमाई गंवा रहे हैं।

एफसीएक्स ट्रेड का दावा है कि वह क्रिप्टोकरेंसी, शेयर मार्केट और डिजिटल एसेट्स में ट्रेडिंग कर मोटा मुनाफा कमाता है और उसी में से निवेशकों को हिस्सेदारी मिलती है। निवेशकों को बताया जाता है कि अगर वे ₹5,000, ₹10,000 या ₹1 लाख तक लगाते हैं, तो कुछ हफ्तों में दोगुना, तिगुना पैसा मिल सकता है। शुरुआत में कुछ लोगों को पैसे मिलते भी हैं जिससे और लोग लालच में आ जाते हैं। लेकिन जैसे-जैसे स्कीम का दायरा फैलता है, पैसे देने का सिलसिला बंद हो जाता है।

चौंकाने वाली बात यह है कि एफसीएक्स ट्रेड नाम की कोई वैध कंपनी भारत में पंजीकृत नहीं है। इसका कोई आधिकारिक ऑफिस, ग्राहक सेवा केंद्र या सार्वजनिक रूप से ज्ञात संचालक नहीं है। पूरा नेटवर्क मोबाइल ऐप्स, टेलीग्राम चैनलों, व्हाट्सएप ग्रुपों और यूट्यूब वीडियोज़ के ज़रिए फैलाया जा रहा है।

राज्य के साइबर सेल को अब तक कई शिकायतें मिल चुकी हैं, लेकिन दोषियों का कोई अता-पता नहीं। ठग लगातार अपना नाम, ऐप और अकाउंट बदलते रहते हैं। साइबर एक्सपर्ट्स चेतावनी दे रहे हैं कि इस तरह की स्कीमें "पोंजी स्कीम" होती हैं जिनका मकसद लोगों के पैसे से नए निवेशकों को भुगतान करना होता है – जब तक कि पूरा ढांचा ही ढह न जाए।

सावधान रहें – "मोटा मुनाफा" सुनते ही निवेश न करें। पहले जाँचें, फिर सोचें। कहीं आपका पैसा भी एफसीएक्स ट्रेड की इस डिजिटल जालसाज़ी में न फंस जाए।