भारतीय सेना ने धाराली क्षेत्र में बचाव अभियान तेज़ किया

उत्तराखंड के हर्षिल के पास बादल फटने से प्रभावित धाराली क्षेत्र में भारतीय सेना ने राहत और बचाव कार्यों को और तेज़ कर दिया है। सेना स्थानीय प्रशासन और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर 24 घंटे युद्धस्तर पर कार्य कर रही है।

भारतीय सेना ने धाराली क्षेत्र में बचाव अभियान तेज़ किया

उत्तराखंड के हर्षिल के पास बादल फटने से प्रभावित धाराली क्षेत्र में भारतीय सेना ने राहत और बचाव कार्यों को और तेज़ कर दिया है। सेना स्थानीय प्रशासन और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर 24 घंटे युद्धस्तर पर कार्य कर रही है।

वर्तमान स्थिति:

क्षेत्र में कई स्थानों पर भूस्खलन और सड़क टूटने के कारण संपर्क पूरी तरह से बाधित हो गया है। सड़क मार्गों पर सुधार कार्य जारी है।

सड़क संपर्क: बार्तवारी, लिंचिगाड, हर्षिल, गंगरानी और धाराली में कई जगह सड़कों को नुकसान।

हेलीपैड स्थिति:

हर्षिल स्थित सेना का हेलीपैड चालू।
नेलोंग का हेलीपैड भी चालू और गंगोत्री से सड़क मार्ग से जुड़ा।
धाराली का सिविल हेलीपैड कीचड़ से बंद।
सेना की तैनाती और संसाधन:

225 से अधिक सैनिक तैनात, जिनमें इंजीनियर, मेडिकल टीमें और बचाव विशेषज्ञ शामिल।
टेखला में एक रीको रडार टीम तैनात, एक और टीम भेजी जा रही है।
खोजी कुत्तों की टीम भी सक्रिय।

हवाई सहायता:

चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर जॉलीग्रांट से तैयार, मौसम अनुकूल होने पर राहत कार्य शुरू।
साहस्रधारा से पाँच सिविल हेलिकॉप्टर मटली, भटवाड़ी और हर्षिल के बीच राहत कार्य में जुटे।
आईटीबीपी मटली हेलीपैड पर एक अस्थायी एविएशन बेस तैयार किया जा रहा है।
राहत एवं बचाव कार्य:

अब तक 70 नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया।

हताहत:

नागरिक: 3 की मौत की पुष्टि, 50 से अधिक लापता।
सैन्य: 1 जेसीओ और 8 जवान लापता।
निकासी:
9 सैनिक और 3 नागरिकों को हेलीकॉप्टर से देहरादून लाया गया।
3 गंभीर रूप से घायल नागरिकों को एम्बुलेंस से एम्स ऋषिकेश भेजा गया।
8 नागरिक जिला अस्पताल उत्तरकाशी में भर्ती।
2 शव बरामद।

प्रमुख घटनाक्रम:

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धाराली का दौरा किया।
सेना की सेंट्रल कमान के कमांडर और उत्तर बंगाल एरिया के जीओसी मौके पर मौजूद।
सेंट्रल एयर कमांड के साथ तालमेल में सेना के चीफ ऑफ स्टाफ हेलीकॉप्टर अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
गंगोत्री में फंसे 180-200 पर्यटकों को सेना और आईटीबीपी द्वारा भोजन, आश्रय और प्राथमिक चिकित्सा दी जा रही है।
अगले 24-48 घंटे का कार्ययोजना:

चिनूक हेलीकॉप्टरों के जरिए पैरा ट्रूपर्स और मेडिकल टीमों को हर्षिल भेजा जाएगा।
एमआई-17 हेलीकॉप्टरों से एनडीआरएफ और मेडिकल स्टाफ को नेलोंग भेजा जाएगा।
लौटते हेलीकॉप्टरों से नेलोंग से पर्यटकों को निकाला जाएगा।
उत्तरकाशी और टेखला के आगे सड़क मार्ग खोलने का प्रयास जारी।