सावन में खिला महिला सशक्तिकरण का रंग: "सावन सुंदरी प्रतियोगिता 2025 – सीजन 6" का भव्य आयोजन
रायपुर। हरसंभव फाउंडेशन द्वारा सावन के पावन अवसर पर आयोजित "सावन सुंदरी प्रतियोगिता 2025 – सीजन 6" एक भव्य और यादगार आयोजन बनकर उभरा। कार्यक्रम में पारंपरि

रायपुर। हरसंभव फाउंडेशन द्वारा सावन के पावन अवसर पर आयोजित "सावन सुंदरी प्रतियोगिता 2025 – सीजन 6" एक भव्य और यादगार आयोजन बनकर उभरा। कार्यक्रम में पारंपरिक भारतीय संस्कृति, लोक कलाओं और नारी सौंदर्य का सुंदर संगम देखने को मिला।
मुख्य अतिथि डॉ. वर्णिका शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को विशेष बनाया, वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. रुना शर्मा, डॉ. प्रीति उपाध्याय, डॉ. आस्था बाफना, कविता कुंभज, दीपिका वैष्णव, ममता पटेल, गीता वर्मा और पूजा शुक्ला शामिल रहीं।
संस्था की संस्थापक-अध्यक्ष पुष्पलता त्रिपाठी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं में आत्मविश्वास का संचार करते हुए सांस्कृतिक मूल्यों को प्रोत्साहित करना है।
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश स्तुति और भक्ति गीतों से हुई, जिसके बाद छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य, राधा-कृष्ण और शिव-पार्वती की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सावन सुंदरी 2025 का खिताब हिमानी सिंह ने जीता। द्वितीय स्थान अलीशा कर्ण और तृतीय स्थान बरखा अंदानी को मिला।
अन्य प्रतियोगिताओं में भी महिलाओं ने शानदार प्रदर्शन किया:
- गायन प्रतियोगिता: खुशबू त्रिपाठी (प्रथम)
- एकल नृत्य: प्रीति चौहान (प्रथम)
- सामूहिक नृत्य: रागिनी साहू और इशिता जुमरानी (प्रथम), ज्योति झा एवं पूजा जुमरानी (द्वितीय), कनक लता वर्मा, पिंकी पटेल और सारिका वर्मा (तृतीय)
विशेष आकर्षण: शिव-पार्वती की भूमिका में अनुषा मुखर्जी एवं गौरी चौबे की प्रस्तुति ने आयोजन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
निर्णायक मंडल में उमा कुशवाहा, शीतल मार्को, शकीला खान एवं शिवांगी मित्रा शामिल रहीं।
मंच संचालन सीमा छाबड़ा एवं सरिता झा ने किया। कार्यक्रम की व्यवस्थाएं श्वेता घोरोई, अर्चना शर्मा और उनकी टीम ने संभाली, जिसमें रेवती सिंह, वीणा रावत, प्रीति मिश्रा, तृप्ति सक्सेना, सोनल राजेश शर्मा, ममता गुप्ता, मनोरमा बाजपेई, कस्तूरी साहू, गीता कटारिया, उर्मिला सोनी, परी तिवारी और मंजू मिश्रा जैसी सक्रिय पदाधिकारीगण शामिल रहीं।
निशुल्क प्रवेश वाले इस आयोजन में महिलाओं को उनके परिवार सहित आमंत्रित किया गया था, जिसने इस कार्यक्रम को एक उत्सव का रूप दे दिया।
हरसंभव फाउंडेशन के इस आयोजन ने सावन के उल्लास में रंग भरते हुए नारी सशक्तिकरण और संस्कृति संरक्षण का सशक्त संदेश दिया।