नटराज एकेडमी में झूमे दर्शक: उत्तराखंड की संस्कृति का उत्सव
हल्द्वानी। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नटराज नृत्य कला केंद्र में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बच्चों और युवाओं ने अपनी नृत्य
हल्द्वानी। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नटराज नृत्य कला केंद्र में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बच्चों और युवाओं ने अपनी नृत्य प्रस्तुतियों से उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। मंच पर जब "उत्तराखंड देवभूमि तेरी जय जय कारा..." और "मैं पहाड़न, मेरो ठुमका पहाड़ी..." जैसे गीतों पर नन्हीं कलाकारों ने कदम थिरकाए, तो पूरा सभागार तालियों की गूंज से भर उठा।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और राज्य गीत से हुई। इसके बाद एकेडमी की छात्राओं मीनाक्षी, मन्नत, सीरत, सृष्टि कार्की, सृष्टि बिष्ट, पीहू, मृनल, कनिष्का, वेदांशी, प्रियांशी, अविका, खुशी, शिवांशी, कनक और मानसी ने पारंपरिक लोकनृत्यों के साथ आधुनिक फ्यूजन प्रस्तुत कर मंच को जीवंत बना दिया। इन सभी प्रतिभागियों ने उत्तराखंड की संस्कृति, परंपरा और लोकगीतों को अपने नृत्य के माध्यम से बखूबी प्रस्तुत किया।
संस्थान की डायरेक्टर वंदना शर्मा ने बच्चों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति, संगीत और नृत्य विश्वभर में अपनी अलग पहचान रखते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से बच्चों में न केवल आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि अपनी जड़ों से जुड़ाव भी गहरा होता है।
कार्यक्रम के दौरान दर्शक दीर्घा में मौजूद अभिभावकों ने भी बच्चों की प्रस्तुतियों की भरपूर सराहना की। बच्चों ने ‘झुमेलो’, ‘छो’, ‘बेडू पाको बारो मासा’ जैसे लोकगीतों पर ऐसा तालमेल दिखाया कि सब झूम उठे। अंत में राज्यगीत और राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
वंदना शर्मा ने बताया कि नटराज डांस एकेडमी आगे भी इसी तरह सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से उत्तराखंड की लोकसंस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का प्रयास करती रहेगी। उन्होंने सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों का आभार जताया जिनके सहयोग से कार्यक्रम सफल रहा।


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