मीडिया कर्मियों को शोषण से बचाने और मांगो को मनवाने के लिए संयुक्त फोरम का गठन जरूरी- कॉमरेड शिव गोपाल मिश्रा
नई दिल्ली। देश के अखबारी कर्मचारियों के शीर्ष संगठन व मीडिया कर्मियों हेतु भारत सरकार द्वारा गठित वेतन आयोग की सदस्य रही नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज

सी एम पपनैं
नई दिल्ली। देश के अखबारी कर्मचारियों के शीर्ष संगठन व मीडिया कर्मियों हेतु भारत सरकार द्वारा गठित वेतन आयोग की सदस्य रही नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE) के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 23 अगस्त को टी एन बाजपेई सभागार, चेम्सफोर्ड रोड नई दिल्ली में फेडरेशन अध्यक्ष तथा एन आर एम यू और आल इंडिया रेलवे फेडरेशन अध्यक्ष व महासचिव कॉमरेड शिव गोपाल मिश्रा की अध्यक्षता तथा गोपाल मिश्रा व विपिन धूलिया क्रमशः राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सेक्रेटरी जनरल इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (IFWJ) मारूफ रजा अध्यक्ष जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ दिल्ली (JUD), चंद्र मोहन पपनैं सेक्रेटरी जनरल नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE), के विश्वदेव राव सचिव इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (IFWJ), हवलदार सिंह महासचिव व अध्यक्ष क्रमशः टाइम्स ऑफ इंडिया इंप्लाज यूनियन व दिल्ली फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (DFNE) की प्रभावी उपस्थिति में आयोजित किया गया।
देश के समस्त मीडिया कर्मियों की एकजुटता, मीडिया कर्मियों की ज्वलंत समस्याओं व उक्त समस्याओं के निराकरण हेतु भावी रणनीति के मुख्य मुद्दे पर आयोजित सम्मेलन शुभारंभ पूर्व आयोजक फेडरेशन सदस्यों द्वारा विभिन्न फेडरेशनों से जुड़े मंचासीन शीर्ष पदाधिकारियों को पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत अभिनन्दन किया गया।
सम्मेलन में बोलते हुए मंचासीन फेडरेशन पदाधिकारियों द्वारा व्यक्त किया गया, वेतन आयोग द्वारा जारी नियमानुसार किसी भी अखबार कर्मी का वेतन आयोग द्वारा जारी नियमों के मुताबिक स्थाई कर्मचारियों के कार्य और पद मुताबिक मिलेगा। लेकिन धरातल पर ऐसा देखा जा रहा है, वही कार्य अगर एक ठेकेदारी पर कार्य करने वाला कर्मी कर रहा है तो उसे बहुत कम वेतन दिया जा रहा है। वेतन कटौती करने के लिए ठेकेदारी पर ही कर्मियों की भर्ती निरंतर की जा रही है। स्थाई कर्मचारी घटते जा रहे हैं।
वक्ताओं द्वारा देश की बड़ी न्यूज एजेंसी पीटीआई तथा देश के अन्य बड़े अखबारी संस्थानों से जुड़े मीडिया कर्मियों की घटती संख्या व ठेकेदारी पर मीडिया कर्मियों की भर्ती पर चिंता व्यक्त की गई। ठेकेदारी पर कार्य कर रहे सभी संस्थानों के मीडिया कर्मियों से आहवान किया गया वे देश की शीर्ष फेडरेशन नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE) से जुड़ी राज्य शाखाओं की सदस्यता ग्रहण कर अपनी आवाज बुलंद करे, अपना जायज हक प्राप्त करें।
मीडिया कर्मियों के वेतनमान में बढ़ोत्तरी हेतु नए वेतन आयोग के गठन की मांग पर वक्ताओं द्वारा कहा गया, वेतन आयोग का गठन हो जाता है, आयोग वेतन बढ़ोत्तरी का फैसला भी दे देता है, सवाल होगा कर्मचारी को बढ़ा हुआ वेतन मिलेगा कैसे? क्योंकि नियोक्ता द्वारा कर्मचारियों की नियुक्ति ठेकेदारी पर की हुई है। उक्त कर्मी यूनियन या फेडरेशन सदस्य भी नहीं है, उसकी लड़ाई कौन लड़ेगा?
वक्ताओं द्वारा कहा गया, राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अनेकों यूनियनें और फेडरेशनें कार्य कर रही हैं, उनका एक फोरम गठित कर, शोषण का शिकार हो रहे मीडिया कर्मियों को एक जुट कर उनकी लड़ाई सामूहिक रूप से लड़ कर मीडिया कर्मियों को हो रहे शोषण से उबार कर न्याय दिलवाया जा सकता है।
वक्ताओं द्वारा अवगत कराया गया, वर्ष 1988 में गठित नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE) द्वारा समस्त देश के अखबार कर्मियों की लड़ाई लड़ उन्हें न्याय दिलवाने में समय-समय पर मदद की। भारत सरकार द्वारा फेडरेशन की ताकत और अखबार कर्मियों के हितार्थ फेडरेशन के उद्देश्यों का अवलोकन कर गठित वेतन आयोगों का नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE) को सदस्य बनाया गया। फेडरेशन पदाधिकारियों द्वारा मजबूती से मीडिया कर्मियों का पक्ष विभिन्न अवसरों पर वेतन आयोग के समक्ष रख मीडिया कर्मियों की वेतन बढ़ोत्तरी में योगदान दिया। अवगत कराया गया, ठेकेदारी पर कार्यरत मीडिया कर्मी अपने दम पर मजबूत मीडिया मालिकों से कानूनी लड़ाई नहीं लड़ सकता। इसका समाधान फेडरेशन की मीटिंग सदस्यता ग्रहण कर सामूहिक रूप से शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ मीडिया कर्मी अपना जायज हक फेडरेशन के माध्यम से दवाब बना कर प्राप्त कर सकता है।
आयोजित संगोष्ठी में बड़ी संख्या में उपस्थित मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE) व नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन अध्यक्ष तथा आल इंडिया रेलवे फेडरेशन महासचिव कामरेड शिव गोपाल मिश्रा द्वारा सभी मंचासीनों तथा सभागार में बड़ी संख्या में उपस्थित मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किया गया, याद करो उस वक्त को जब हमारी राज्य इकाइयों की और नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE) मीडिया कर्मियों को न्याय दिलवाने के लिए बड़े-बड़े आंदोलन कर संघर्ष कर अपनी एक जुटता के बल मीडिया कर्मियों को न्याय दिलवाने हेतु संघर्षरत रहते थे। आज सब सूना क्यों हो गया है? कहा गया, आज परिवर्तन आ गया है। बदलते तकनीकी दौर में मीडिया कर्मियों की कार्यशैली और कामों में भी बड़ा परिवर्तन हुआ है। विकट परिस्थितियों के इस दौर में मीडिया कर्मियों के सम्मुख बड़ी परेशानियां खड़ी हो गई हैं। उक्त विकट परिस्थितियों से कैसे पत्रकारों और गैर पत्रकारों को बचाए, विषय गंभीर है।
कामरेड शिव गोपाल मिश्रा द्वारा कहा गया, सत्ता में बैठा व्यक्ति अगर सिर्फ पूंजीपतियों को ही देखेगा, अन्य का शोषण और हास करेगा, उनका वही हाल होगा जैसा भारत की जनता ने अंग्रेजों का किया था। देश के सभी पत्रकारों और गैर पत्रकारों को एकजुट कर नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE) का एक सम्मेलन करना जरूरी है। जागरूक होकर आवाज बुलंद करना वक्त की मांग है, तभी कुछ हासिल किया जा सकेगा। हो रहे शोषण से बचा जा सकेगा। कहा गया, आज कलम चला कर, मेहनत कर वाजिब हक की प्राप्ति नहीं, विज्ञापन प्राप्त करने की होड़ मची है। कहा गया, मांगे ताकत के बल मिलती हैं। बदलती हुई परिस्थितियों में ताकत कैसे बनेगी देखना होगा। नई पीढ़ी के लिए ऐसे संगठन का गठन करें जो अपनी शर्तों पर कार्य करेगा, मांग मनवायेगा।
फेडरेशन पदाधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया, आगामी माह में मीडिया कर्मियों को कानूनी मदद मुहैया कराने हेतु फेडरेशन का एक लीगल सेल का गठन भी किया जा रहा है। गठित लीगल सेल में अनुभवी कानून विद जुड़ेंगे। उक्त गठित लीगल सेल से मीडिया कर्मी बिना किसी खर्च के कानूनी मदद ले सकेंगे, कानूनी लड़ाई लड़ सकेंगे।
आयोजित संगोष्ठी में उपस्थित सभी फेडरेशन पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (IFWJ) दिवंगत अध्यक्ष के विक्रम राव को दो मिनट का मौन रख विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE) अध्यक्ष शिव गोपाल मिश्रा तथा इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (IFWJ) उपाध्यक्ष गोपाल मिश्रा के कर कमलों जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ दिल्ली (JUD) से जुड़े पत्रकारों में प्रमुख मारूफ रजा (अध्यक्ष), गिरजा शंकर (महासचिव), चेतन शर्मा (सचिव), लियाकत हुसैन (कोषाध्यक्ष) तथा एस आई स्माइल, रूबा, मधुश्री, सय्यद वाजिद, राज नारायण मिश्रा को फेडरेशन पहचान पत्र प्रदान कर अलंकृत किया गया। लखनऊ मीडिया संगठन से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार मनोज मिश्रा का सम्मान पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया गया।
संगोष्ठी को संबंधित करने वाले अन्य दिल्ली प्रदेश राज्य इकाई फेडरेशन पदाधिकारियों में राजेंद्र पांडे, सूरवीर, गिरजा शंकर, चेतन शर्मा तथा त्यागी जी इत्यादि इत्यादि द्वारा मीडिया कर्मियों के हितार्थ विचार व्यक्त किए गए। आयोजित संगोष्ठी का मंच संचालन इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (IFWJ) सचिव के विश्वदेव राव द्वारा तथा संगोष्ठी समापन की घोषणा नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज (NFNE) सेक्रेटरी जनरल चंद्र मोहन पपनैं द्वारा किया गया।