धमाके में घायल मंगेतर को स्कूटी से अस्पताल ले गई शिवाली
गदरपुर/दिल्ली। राजधानी दिल्ली में हुए धमाके में घायल हुए रुद्रपुर निवासी हर्षुल की जिंदगी उसकी मंगेतर शिवाली की हिम्मत और सूझबूझ से बची। धमाके के बाद हर तरफ धुआं, चीख-पुकार और भगदड़
गदरपुर/दिल्ली। राजधानी दिल्ली में हुए धमाके में घायल हुए रुद्रपुर निवासी हर्षुल की जिंदगी उसकी मंगेतर शिवाली की हिम्मत और सूझबूझ से बची। धमाके के बाद हर तरफ धुआं, चीख-पुकार और भगदड़ के बीच शिवाली ने बिना एक सेकंड गंवाए हर्षुल को संभाला और स्कूटी पर बैठाकर खुद अस्पताल पहुंचा दिया।
हर्षुल अपने परिजनों और अपनी मंगेतर के साथ शादी की खरीदारी के लिए चांदनी चौक गया था। अचानक तेज धमाका हुआ, जिससे बाजार में अफरा-तफरी मच गई। मलबा चारों तरफ बिखर गया और लोग भागते नजर आए। इसी दौरान हर्षुल घायल होकर गिर पड़ा।
गवाहों के मुताबिक, जहां लोग दूर भाग रहे थे, वहीं शिवाली उल्टा भीड़ चीरकर हर्षुल तक पहुंची। उसने पहले उसकी चोटें देखीं, फिर तुरंत किसी राहगीर से स्कूटी मांगी दृढ़ फैसले के साथ उसे स्कूटी पर बैठाया और नजदीकी ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया।
परिवार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फोन कर हर्षुल की स्थिति की जानकारी ली और दिल्ली प्रशासन को बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
हर्षुल के पिता संजीव सेठिया ने बताया कि अब हालत पहले से बेहतर है। डॉक्टरों ने खतरे से बाहर बताया है। परिवार ने मुख्यमंत्री और प्रशासन का आभार जताया है और कहा कि अगर उस वक्त शिवाली हिम्मत न दिखाती तो हालात अलग हो सकते थे।


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