कुमाऊँ आयुक्त से मिले कुमाऊँ केसरी के संपादक प्रदीप फुटेला और अर्पण फाउंडेशन के संस्थापक निशांत सिंघल, क्षेत्र की समस्याओं पर रखी बात

हल्द्वानी। कुमाऊँ केसरी के संपादक प्रदीप फुटेला और अर्पण फाउंडेशन के संस्थापक निशांत सिंघल ने  कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत से मुलाकात की।

कुमाऊँ आयुक्त से मिले कुमाऊँ केसरी के संपादक प्रदीप फुटेला और अर्पण फाउंडेशन के संस्थापक निशांत सिंघल, क्षेत्र की समस्याओं पर रखी बात

हल्द्वानी। कुमाऊँ केसरी के संपादक प्रदीप फुटेला और अर्पण फाउंडेशन के संस्थापक निशांत सिंघल ने  कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं से आयुक्त को अवगत कराया और समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की।

मुलाकात के दौरान दोनों ने बताया कि कुमाऊँ अंचल में आज भी बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। ग्रामीण इलाकों में सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। वहीं, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सीमित हैं, जिससे पलायन जैसी गंभीर समस्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि अगर इस मुद्दे पर तत्काल ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में सामाजिक और आर्थिक स्थिति और बिगड़ सकती है।

अर्पण फाउंडेशन के संस्थापक निशांत सिंघल ने नशा और बेरोजगारी को क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौतियों में गिनाया। उन्होंने कहा कि नशे की लत युवाओं को बर्बादी की ओर धकेल रही है, जिसे रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे।

कुमाऊँ केसरी के संपादक प्रदीप फुटेला ने पत्रकारिता और सामाजिक सरोकारों से जुड़े कई अहम बिंदु आयुक्त के सामने रखे। उन्होंने बताया कि आम जनता की समस्याएँ अक्सर अधिकारियों तक पहुँच ही नहीं पातीं। ऐसे में प्रशासन को अधिक संवेदनशील होकर काम करना होगा।

आयुक्त दीपक रावत ने दोनों की बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि सभी मुद्दों पर प्राथमिकता से कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जनता की सहभागिता से ही विकास योजनाओं का सही लाभ मिल सकता है।